इस ब्लॉग में आपको सुकन्या समृद्दि योजना को लेकर सारी जानकारी मिल जाएंगी और साथ ही 2022 में इस योजना में कुछ बदलाव भी किये गए हैं उनके बारे में भी आपको यहाँ जानकारी मिल जाएगी।
सुकन्या समृद्दि योजना
सुकन्या समृद्दि योजना की शुरुवात 2015 में हुई थी उस समय इसमें मिलने वाला ब्याज 9 % सालाना था जो कि 2022 में घटाकर 7 . 6 % सालाना कर दिया है। ये योजना बेटिओ को शिक्षा और उनके जीवन बेहतर बनाने के लिए ही शुरू की गयी है। इस योजना में आपको कुछ पैसा हर साल एक विशेष अकाउंट में जमा करना होता है जो की समय अवधि पूरी होने के बाद बेटिओं को मिल जाती हैं।
योजना का लाभ कैसे मिलेगा और क्या करना पड़ेगा।
सुकन्या समृद्दि योजना के लिए आप अपने बैंक और पोस्ट ऑफिस में दोनों में से किसी में भी इसको चालू कर सकते हैं।
इसके लिए जो खाता खोला जाता है उसे SSA मतलब की Sukanya Samriddhi Account कहते हैं।
अगर आप पोस्ट ऑफिस में इस खुलवाते हैं तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
नोट - यहाँ पर एक चीज़ समझ लें की सुकन्या समृद्दि योजना मिलने वाला ब्याज चक्रवर्ती ब्याज होता है न की साधारण ब्याज।
क्योंकि चक्रवर्ती ब्याज में एक साल ब्याज अगले साल के मूलधन में मिल जाता हो और मिश्रधन बना देता है और फिर आपको मिश्रधन पर ब्याज मिलता है।
इससे आपका पैसा बहुत तेजी से बढ़ता रहता है।
और यहाँ पर में आपको एक चीज़ बता दूँ की बैंक में कि में हमें साधारण ब्याज मिलता है जो कि चक्रवर्ती ब्याज की तुलना में बहुत काम होता है।
इसलिए आप एक बात अपने दिमाग में बिठा लीजिए की अपने पैसे को बैंक में रखने की बजाय अगर आप सुकन्या समृद्दि योजना में लगाएं तो बहुत फायदा होगा।
सालाना जमा
देखिये में यहाँ ऊपर सालाना जमा इसलिए लिखा है क्यंकि सुकन्या समृद्दि योजना के तहत यही देखा जाता है की आपने सालाना कितना पैसा अपने सुकन्या समृद्दि अकाउंट में जमा किया है,
मतलब की 1 साल में अपने कितना पैसा सुकन्या समृद्दि अकाउंट में जमा किया।
फिर जितना भी पैसा आपका 1 साल में सुकन्या समृद्दि अकाउंट में जमा होगा उसी पर आपको सुकन्या समृद्दि योजना के तहत ब्याज दिया जाएगा।
यहाँ पर 1 साल 1 अप्रैल से लेकर 31 मार्च है।
अब आप पूछोगे कि 1 साल में कम से कम कितना जमा करना है और अधिक से अधिक कितना जमा करना है।
तो यहाँ पर में आपको बता दूँ की आपको एक साल कम से कम 250 रूपए जमा करने होते हैं।
और
ज्यादा से ज्यादा 150,000 रूपए जमा करा सकते हो।
उदहारण 1 :
जैसे की आप मान लीजिए की रमेश ने अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्दि योजना के तहत खाता खुलवा लिया
और उसने 14 अप्रैल 2022 को इस खाते में 250 रूपए जमा कर दिए।
अब अगर 31 मार्च 2023 तक रमेश इस अकाउंट में और 1 भी पैसा जमा नहीं करता।
तो क्यूंकि रमेश ने सुकन्या समृद्दि योजना के नियमों के अनुसार कम से कम 250 रूपए जमा कर दिए थे।
इसलिए अब उसका अकाउंट चलता रहेगा और उसे 1 साल की जमा राशि जो की 250 रूपए है पर ब्याज मिल जाएगा।
उदहारण 2 :
जैसे कि आप मान लीजिए की रमेश ने अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्दि योजना के तहत खाता खुलवा लिया
और उसने 14 अप्रैल 2022 को इस खाते में 250 रूपए जमा कर दिए।
इसके बाद उसने 23 अगस्त 2022 को इस खाते में 2000 रूपए जमा कर दिए।
इसके बाद उसने 9 जनवरी 2022 को इस खाते में 1000 रूपए और जमा कर दिए।
अब 31 मार्च 2023 तक रमेश ने इस अकाउंट में कुल 250 +2000 +1000 = 3250 पैसे जमा करा दिए।
अब रमेश को उसकी 1 साल की जमा राशि जो की 3250 रूपए है पर ब्याज मिल जाएगा।
उदहारण 3 :
जैसे कि आप मान लीजिए की रमेश ने अपनी बेटी के लिए सुकन्या समृद्दि योजना के तहत खाता खुलवा लिया
और उसने 14 अप्रैल 2022 को इस खाते में 50000 रूपए जमा कर दिए।
इसके बाद उसने 23 अगस्त 2022 को इस खाते में 100,000 रूपए जमा कर दिए।
इसके बाद वो 9 जनवरी 2022 को इस खाते में 1000 रूपए और जमा करने गया पर बैंक ने उसके 1000 रूपए जमा नहीं किये
क्यूंकि
रमेश पहले ने पहले ही 150,000 रूपए जमा करा चूका है और सुकन्या समृद्दि योजना के नियमों के अनुसार आप एक साल में 150,000 रूपए से ज्याद सुकन्या समृद्दि अकाउंट में नहीं जमा कर सकते।
इसलिए बैंक वाले ने रमेश के 1000 रूपए जमा नहीं किये।
अब 31 मार्च 2023 तक रमेश ने इस अकाउंट में कुल 50000 +100,000 = 150,000 पैसे जमा करा दिए।
अब रमेश को उसकी 1 साल की जमा राशि जो की 150,000 रूपए है पर ब्याज मिल जाएगा।
योग्यता
देखिये सुकन्या समृद्दि योजना के तहत अकाउंट खुलवाने के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।
जमा कब तक करना है
सुकन्या समृद्दि योजना के तहत लाभ लेने के लिए आपको अकाउंट खुलवाने के 14 वर्ष तक पैसे जमा कराने होते हैं।
पैसा कब मिलेगा
अकाउंट खुलवाने के 21 वर्ष के बाद आपको आपका सारा पैसा ब्याज सहित मिल जाता है।
चलिए अब उन बदलावों को जान लेते हैं जो की सुकन्या समृद्दि योजना में किये गए हैं ;
कितने समय में बेटी खाताधारक बनेगी
पहले ये नियम था कि जब बेटी का सुकन्या समृद्दि अकाउंट खोला गया है उससे 10 वर्ष के बाद बेटी खाताधारक बन जाएगी।
पर अब नए नियम के अनुसार जब तक बेटी 18 वर्ष की नहीं हो जाती तब तक वो खाताधारक नहीं बन सकती मतलब की 18 वर्ष के उम्र से पहले वो सुकन्या समृद्दि अकाउंट से अपनी मर्जी से कोई पैसे नहीं निकल सकती।
पर जब वो 18 साल की हो जाएगी तब वो समें से पढाई के लिए 50 % और शादी के लिए 100% पैसे निकल सकती है।
खाताधारक का मतलब होता है की अब सुकन्या समृद्दि अकाउंट बेटी के नाम हो जाएगा और उस अकाउंट पर से माँ बाप का कोई हक़ नहीं रहेगा बेसक वो उस अकाउंट में पैसे जमा करते हों।
खाता डिफाल्ट
जैसे की आपको पता है कि सुकन्या समृद्दि योजना के तहत आपको अपने सुकन्या समृद्दि अकाउंट में एक वर्ष में कम से कम 250 रूपए जमा करना होता है।
अगर आप किसी कारण से एक साल में 250 रूपए भी जमा नहीं करा पाए तो आपके सुकन्या समृद्दि अकाउंट को डिफाल्ट मान लिया जाएगा।
तो पहले ये नियम था कि अगर आपका सुकन्या समृद्दि अकाउंट डिफाल्ट हो गया है तो आपको जो ब्याज सुकन्या समृद्दि योजना के तहत मिलता था, वो ब्याज नहीं मिलेगा बल्कि उसकी जगय आपको सेविंग अकाउंट वाला ब्याज ही मिलेगा।
जैसे की मान लेते हैं कि सुकन्या समृद्दि अकाउंट में मिलने वाला ब्याज 7. 6 % है और सेविंग अकाउंट वाला ब्याज 3 % है।
तो खाता डिफाल्ट होने के बाद आपके सुकन्या समृद्दि अकाउंट में जितना भी पैसा जमा है उसे पर आपको 7. 6 % ब्याज की जगह सिर्फ 3 % ब्याज ही मिलेगा।
पर इस नियम को बदल दिया गया है
अब नए नियम के अनुसार अगर अब आपका सुकन्या समृद्दि अकाउंट डिफाल्ट हो गया तो भी आपको सुकन्या समृद्दि योजना के तहत जो ब्याज चल रहा है वही ब्याज मिलता रहेगा।
80 c के तहत छूट
पहले ये नियम था इस योजना के तहत आपको 2 बेटिओं के लिए जितना पैसा जमा होगा उस पर टैक्स में छूट मिलती थी, इसे बढ़ाकर 3 बेटिओं तक सिमित कर दिया है।
पर यहाँ पर आपको एक चीज़ समझनी होगी
जैसे की मान लीजिए की आपकी एक बेटी है और दूसरी डिलवेरी में 2 बेटी एक साथ पैदा हो गयी , मतलब है की जुड़वा पैदा हुई,
तो अब आपके पास 3 बेटियां हो गयी।
तो ऐसे समय में आप अपनी तीनों ही बेटिओं के लिए जो भी पैसा सुकन्या समृद्दि अकाउंट में जमा होगा उस पर आपको सेक्शन 80 c एक अंतर्गत छूट मिल जाएगी।
पर अगर आपके पास पहले से ही 2 बेटियां हैं और दूसरी डिलीवरी में 1 बेटी पैदा हो गयी, तो ऐसे समय में आपको सिर्फ पहले वाली 2 बेटिओं पर ही ये लाभ प्राप्त होगा।
खाता बंद
पहले 2 परिस्थितियों में आप सुकन्या समृद्दि अकाउंट को बंद करवा सकते थे
- बेटी की मित्यु
- निवास परिवर्तन
अब इसमें 2 परिस्थितियों और जोड़ दी गयी हैं
- बेटी की मित्यु
- निवास परिवर्तन
- अगर बेटी किसी गंभीर या लाइलाज बीमारी से ग्रसित है
- माता पिता की मित्यु होने पर
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