उपन्यास की मुख्य पात्र अन्ना वुल्फ है जो एक विशेष प्रकार की उपन्यासकार है जिसने बहुत सालों तक कुछ नहीं छापा है | इसके अतिरिक्त डोरिस लैसिंग की BOOK ,"THE GOLDEN NOTEBOOK "का विषय तीव्र ,तनाव और अव्यवस्था के बीच जीने कीकोशिश है | अन्ना जो प्रमुख पात्र है ,व्यक्तित्व के खंडित होने के भय और चिंता से ग्रस्त है | वह अपने आप को आगे रखती है वह जीवन के सभी अनुभवों को भिन्न भिन्न खंडों में रखती है ,पुस्तकों को अलग अलग नाम देकर |
वास्तव में ,उसने अपनी पहचान को अलग अलग नाम श्रेणियों में बाँट दिया है | वह महसूस करती है की अपनी छिन्न -भिन्न चेतना के कारण वह स्वयं विभाजन की ओर ले जाता है | यह पुस्तकें चार मेल न खाने वाले अन्ना के जीवन के पहलुओं को बताती है |
इन पुस्तकों में एक पुस्तक "BLACK NOTEBOOK " है ,जो अन्ना की लेखिका के रूप में समस्या की बताती है | उसने युद्ध के मुहाने पर अफ्रीका के अपने अनुभव लिखे है | परन्तु ,ये पुस्तकें अन्ना के पिछले जीवन के इतिहास की सारी भूमिका को भी खोलती है |
"THE RED NOTEBOOK "उसके राजनीति में शामिल होने के बारे में बताती है |
"THE YELLOW NOTEBOOK "हमें उसके व्यक्तित्व जीवन और उसके दूसरो के साथ सम्बन्धों के बारे में विस्तृत जानकारी देती है |
"THE BLUE NOTEBOK " अन्ना के पुरुषों के साथ सम्बन्धों को तथ्यपूर्ण ढंग से लिखा गया है यह उसके सपनो को चित्रित करता है यह अन्ना की मानसिक आघात ,जब वह खण्डित सच्चाई से सामना करती है,को दिखाता है ,यह पुस्तक अन्ना की वर्तमान से लेकर भूतकाल तक की मनोवैज्ञानिक गति को खोजती है |
इसलिए अन्ना चार पुस्तकें रखना पसंद करती है इसकी बजाय की वह एक में ही सब दिखाए | कहानी सुनाने की कला ऐसी है जैसे वास्तविक अनुभव की नजदीकी से नक़ल की गयी हो | वह एक छोटा "पारम्परिक उपन्यास लिखना चाहती है जिसका नाम "फ्रीवुमैन "है |
यह उपन्यास पाँच भागों में बाँटा है | उपन्यास अन्ना के अमेरिकी प्रेमी सॉल ग्रीन के कथन के साथ शुरु होता है | दो स्त्रियों है -अन्ना वुल्फ और मौली जैकब जो बहुत घनिष्ठ सहेली है और विवाह से मुक्त है परन्तु उनके बच्चे और काम धन्धे है | दोनों अन्ना और मौली ने समाज की परम्पराओं को नकारा है क्युकी वे केवल माँ और पत्नी के अतिरिक्त अपने लिए एक अलग पहचान चाहती है | उनकी स्वतंत्र जीवन बिताने की इच्छा ने उन्हें असुरक्षित ,कमजोर और अस्थिर कर दिया है |
दोनों स्त्रियों को उनके पतियों ने छोड़ दिया था | तलाक ने उन्हें विवाह व् गृहस्थी के बहकावे से आजाद किया | यह उन्हें विवाहित स्त्रियों से अधिक दैहिक सुख व् आजादी पाने में समर्थ बनाता है |