THE JUNGLE MAJOR WRITTEN BY TEMSULA AO'S IN HINDI

 TEMSULA AO उत्तरपूर्वी भारत की एक फेमस लेखिका और कवि है ,उनकी लघु कथाओं का संग्रह 'THESE HILLS CALLED HOME ' ,"STORIES FROM A WAR ZONE "में  उन्होंने नागा लोगों  की दर्दनाक जीवन व अपनी पहचान बनाये रखने की ललक दिखाई है ,ये लघु कथाये बताती है की कैसे मानवीय गरिमा और अधिकार के टुकड़े -2 हो गए| 

तो इसकी पहली लघु कथा ,"THE JUNGLE MAJOR "है ,इस STORY में TEMSULA AO  ने बहुत ही सादगी से  नागा विद्रोही नेता 'पुनाबा 'और उसकी सुन्दर पत्नी 'खतीला 'जिसने नागालैंड के बहुत बुरे दौर देखे ,के बारे में बताती है | जब खतीला व  पुनाबा का शादी हुई ,तब खतीला की पिता को सब ने बुरा भला कहा की उसने अपनी बेटी की शादी एक अयोग्य व्यक्ति से करा दी |  जबकि खतीला एक बड़े कबीले के अच्छे परिवार की सुन्दर कन्या थी वही दुसरी ओर पुनाबा के छोटे कबीले से संबंध रखता था | वह बहुत बदसूरत और पेशे से चालक था | 

पुनाबा की इतनी कमियों के बाद भी खतीला के पिता ने खतीला की शादी पुनाबा से कर दी ,अब खतीला शादी  के बाद एक अच्छी गृहणी के रूप पूरी तरह से रम गयी | जब भी पुनाबा दूसरे गांव की नियमित यात्रा पर जाता था तो उसकी पत्नी गाँव के बाहर खेती करती थी | 

(TEMSULA  AO ने इस कथा का प्रयोग नागालैंड के ग्रामीण समाज के जीवन को दिखाने के लिए किया है ,जिसे नागा स्वतंत्रता सग्राम ने झकझोड़ दिया | सरकार का हिंसक व उच्च दृष्टिकोण  यह सुनिश्चित करता है की विद्रोही,और ज्यादा  विद्रोही बने व उसके समर्थक बढ़े | और जिसका मासूम गाँव वाले बिना किसी गलती से भुगतान करे  )

अब उनकी शादी को एक साल पूरा होने के साथ पूरा प्रदेश एक राष्ट्रवादी जोश की धरा में समा गया जिस संघर्ष में लोग सब कुछ छोड़ कर कूद पड़े | भूमिगत नेताओ व भारतीय फौज के बीच कलह से सारे गाँव के लोगों ने राष्ट्रवादी सैनिको के समूह में शामिल होना आरम्भ कर दिया | इन सब उतरचढ़ाव के बाद पुनाबा भी उन लोगो का नेता बन गया जिन्होंने गाँव वालो को साथ लेकर फौज के लिए एक संदेहस्पद भूमि तैयार की और अवैध कार्यो में  शामिल हो गए | 

अब पुनाबा और खटीला कभी कभी ही मिल पाते थे ,क्युकी पुनाबा को जॅंगलो में रहना पड़ता था क्युकी वह एक भूमिगत समूह का सदस्य था ,परन्तु उसकी पत्नी ने शांत रहना उचित समझा बजाये इसके की वह फौज का सामना  करे और बाद में उसके परिणाम भुगते | क्युकी विद्रोह के उस समय में फौज का सामना करना मतलब ,बहुत सी जिंदगियों का अंत था | 

परिदृश्य की कथा में विविधता से दिखाया गया है की कुछ ग्रामीण को सजा हुई जिनका भूमिगत नेताओ से सबंध था | कई घरो में फौज द्वारा घुसकर तोड़फोड़ की गयी ,उनकी फसलों को जला दिया गया | सभी लोगों  को कैंप में एकत्रित किया गया और उन्हें इस क्षेत्र के अंदर कारावास में रखा गया जिसे बॉस बाड़े से बनाया गया | इस तरह की कैद गाँव के लिए बदनामी है जिससे नागा घृणा करते थे | गोलियों से भी ज्यादा सुरक्षा बलो द्वारा प्रताड़ित स्त्रियों की कई कहानियाँ सुनाई देती थी | कई जिद्दी होते थे और सुचना देने से मना  करते थे तब उन्हें मारा जाता था उन्हें उल्टा लटका दिया जाता था ,और असहनीय पीड़ा दी जाती थी जैसे मिर्च उनके अंतरंग हिस्सों में डाल दी जाती थी | 

जैसे ही पुनाबा की भूमिगत गतिविधियों की जानकारी अधिकारियो तक पहुँची सरकारी तंत्र  वहाँ पूछताछ करने पहुंचे ,तो जब खतीला से उसके पति  के बारे में पूछा तो उसने ऐसे दिखया जैसे वह उसके बारे में कुछ नहीं जानती ,वैसे भी उसके होने न होने का उसपे कोई फर्क नहीं पड़ता था | 

एक बार जब पुनाबा अपने घर में अपने घाव का इलाज करा रहा था तभी वहाँ अधिकारी आ गए अब पुनाबा  अपने आप को बचाने का समय नहीं था ,तब उसकी पत्नी खतीला अपनी बुद्धि के कौशल से अपने पति की रक्षा करती है ,इससे पहले की अधिकारी पुनाबा को देखे वो उसे कुछ पुराने कपडे पहनती है और उसके चेहरे और हाथ पैर  पर राख मल देती है साथ ही उसे नौकरो की तरह डाटती है ,और सिपाही को दिखाने के लिए पुनाबा से कहती है की तुम कल पूरा दिन कहा थे ,घर में मुँह धोने के लिए पानी है अब जल्दी से कुँए से पानी ले आओ नहीं तो उस दिन के लिए रोओगे जब तुम पैदा हुए थे | इस तरह पति को नौकरों की तरह डाटते हुए घर से बाहर भेज दिया ,और फिर सैनिक भी वहाँ से चले गए | 

ये कथा बताती है की हिंसा शान्ति का मार्ग नहीं है ,कैसे खतीला के बुद्धि कौशल ने पुनाबा व पुरे गांवसियो  को मौत विध्वस से बचा लिया | 

तो इस कहानी में TEMSULA AO नागालैंड के ग्रामीण जीवन व वहाँ के लोगो द्वारा छेली गयी पीड़ा के बारे में बताया है | 

आशा करते है आपको ये ब्लॉग अच्छा लगा होगा धन्यवाद | 



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